छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद ने साल 2017-18 के राज्य वीरता पुरस्कारों के लिए 6 बहादूर बच्चों की चयन किया है, जिसमें धमतरी जिले की मगरलोड इलाके के सौगां गांव की रहने वाली खेमलता भी शामिल है. 11 वर्षीय खेमलता ने तैरना ना आने के बावजूद अपने भाई को डूबने से बचाकर अपने साहस का परिचय दिया. गत वर्ष अप्रेल माह में खेमलता का छोटा भाई, 4 वर्षीय पुष्पराज शाम को अपने दोस्तों के साथ तालाब में नहाते हुए डूबने लगा. खेमलता की नज़र पड़ी तो वह तुरंत पानी में उसे बचाने के लिए कूद पड़ी. पुष्पराज करीब 10 मिनट तक पानी के अंदर था, लेकिन खेमलता ने ऐन मौके पर उसे पानी से निकालकर उसकी जान बचा ली. तैरना ना आने के बावजूद महज 11 की कक्षा 6 की छात्रा ने जो साहसी कारनामा कर दिखाया, उसकी मिसाल पूरा इलाका दे रहा है. खेमलता का सपना टीचर बनकर बच्चों का भविष्य सँवारने का है. बहरहाल, उसने भाई का भविष्य इस उम्र में ही बचा लिया. खेमलता की बहदुरी को पुरस्कृत करने के लिए अब बाल कल्याण परिषद अन्य 5 बहादुर बच्चों के साथ उसे 26 जनवरी को सम्मानित करेगी. खेमलता के चयन होने से जिला प्रशासन ने भी प्रसन्नता जताई है. कलेक्टर सी. आर. प्रसन्ना ने खेमलता को बधाई देते हुए उसके रायपुर आने जाने की व्यवस्था करने की बात कही है. छात्रों ने मुंडन करवाकर जताया शिक्षिकाओं का समर्थन भीम की बहदुरी को मिलेगा सम्मान 5 मिनिट में 1 लाख जीतने और 26 जनवरी परेड देखने का मौका