इलाहाबाद। इस बार इलाहाबाद के संगम तट पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती अपना शिविर नहीं लगाऐंगे। जी हां, पुण्यदायी अवसर मौनी अमावस्या पर संगम में वे स्नान तो करेंगे मगर यहां ठहरेंगे नहीं। वे मनकामनेश्वर मंदिर में अपना पड़ाव बनाऐंगे। उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष मौनी अमावस्या पर यहां लोग स्नान करने पहुंचते हैं और यहां माघ मेला लगाया जाता है मगर इस बार यह जानकारी मिली है कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती अपना शिविर नहीं लगाऐंगे। वे 11 जनवरी को प्रयाग पहुंचेंगे और फिर मौनी अमावस्या पर स्नान करेंगे। इसके बाद वे क्षेत्र से 17 जनवरी को चले जाऐंगे। मेला प्रशासन ने उन्हें ज्योतिष और द्वारिका पीठ का शिविर लगाने के लिए अलग - अलग स्थानों पर जमीन देने की अनुमति नहीं दी है ऐसे में माघ मेला क्षेत्र में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का शिविर त्रिवेणी मार्ग में लगाया जाता रहा है। उक्त शिविर में लोग ठहरकर भजन, पूजन और प्रवचन आदि करते हैं। वे श्रद्धालुओं को सनातन धर्म की दीक्षा देते हैं। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती त्रिवेणी मार्ग पर द्वारिका और ज्योतिष पीठ की जमीन और सुविधाऐं चाहते थे। मगर उन्हें ये सुविधाएॅं जुटाने की अनुमति नहीं दी गई। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य ब्रह्मचारी श्रीधरानंद द्वारा कहा गया कि शंकराचार्य 4 जनसरी को मध्यप्रदेश के कटनी से प्रयाग पहुंचेंगे। 6 जनवरी को वाराणसी अभिनंदन समारोह में शामिल करने हेतु पहुंचेंगे। जीएसटी से फिल्म निर्माण को नुकसान पहुंचा है- सिद्धार्थ रॉय कपूर आधार कार्ड के अभाव में कारगिल शहीद की विधवा की मौत कर्नाटक में भगवान फहराने के लिए भाजपा तैयार मध्यप्रदेश में बनेगी आदिशंकराचार्य की प्रतिमा