‘अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल’ परीक्षण उत्तर कोरिया को कितना भारी पड़ेगा ये अभी भविष्य के गर्भ में है. मगर इसकी शुरुआत हो चुकी है. UN सुरक्षा परिषद ने सर्वसम्मति से उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लागू करते हुए परिष्कृत पेट्रोलियम पदार्थों तक उसकी पहुंच बेहद सीमित कर दी है. अमेरिका ने एक सख्त नियमावली तैयार कर उत्तर कोरिया के खिलाफ अन्य देशो को भी राजी कर लिया है. संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने कहा, ‘‘29 नवंबर को प्योंगयांग ने एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण किया था. किम शासन का महान शक्ति बनने का यह एक और प्रयास था, जबकि उसके लोग भूखे मर रहे हैं और उसके सैनिक भाग रहे हैं. लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए यह उग्र देश की ओर से पेश एक कठिन चुनौती है. इसलिए हमने भी इसका कड़ा जवाब दिया है.’’ संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन के राजदूत मैथ्‍यू रायक्रोफ्ट ने कहा कि उत्तर कोरियाई शासन पेट्रोलियम पदार्थों का इस्तेमाल अवैध परमाणु एवं बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों में करता है. गौरतलब है कि उत्तर कोरिया के मिसाइल परिक्षण के तुरंत बाद ही अमेरिका ने दक्षिण कोरिया के साथ मिल कर युद्धाभ्यास किया था. इस अभ्यास को उत्तर कोरिया के लिए जवाब के तौर पर भी देखा गया था. कोरियाई प्रायद्वीप पर युद्ध के बादल मंडराए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, विश्व शांति चाहता है, मौत नहीं रूसी राष्ट्रपति ने की अमरीकन रक्षा रणनीति की निंदा यूएन ने लगाया उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध