बरेली : सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल तीन तलाक पर रोक लगा दी हो लेकिन अभी भी इससे जुड़े मामले लगतार सामने आ रहे हैं। ऐसी ही एक दिलचस्प घटना सामने आई है असल में उत्तर प्रदेश के बरेली के किला क्षेत्र के मुहल्ला इंग्लिशगंज में एक शख्स ने अपनी पत्नी को सिर्फ इसलिए तलाक दे दिया कि वह उसकी मर्जी के बगैर महिला अधिकारों के लिए प्रधानमंत्री के समर्थन में निकाली गई रैली में शामिल होने गई थी। पति ने घर पहुंचते ही पत्नी पर पहले तो तमाम आरोप लगाए, फिर उसे पीटकर घर से निकाल दिया। पीड़िता ने अपने क्षेत्र के किला थाना पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। जब मामला मीडिया की सुर्खियां बना तो पीड़िता पर अवैध संबंधों का आरोप मढ़ दिया। अब मामला कोर्ट पहुंचा है। पीड़िता का पति निजी काम करता है। उसका पत्नी से कई दिनों से झगड़ा चल रहा था। दंपती का एक साल का बेटा है और उसे भी घर से निकाल दिया। तीन तलाक पर कोर्ट के फैसले और सरकार की पहल के समर्थन में पत्नी गुरुवार को रैली में शामिल होने गई थी। रैली में प्रधानमंत्री के प्रयासों की सराहना की गई थी। यही बात उसके पति को नागवार गुजरी और तीन तलाक दे दिया।महिला ने अपने पति पर अन्य महिला के साथ अवैध संबंध होने और संबंधों से एक बच्चा भी होने का आरोप लगाया है. फायरा ने मीडिया को बताया कि दानिश ने उसके साथ लव मैरिज की थी और जब उसके संबंधों का खुलासा हुआ तो वह उससे तलाक लेने के लिए अक्सर मारपीट किया करता था। उधर, दानिश ने उल्टा अपनी पत्नी पर अवैध संबंधों का आरोप लगाया है। दानिश ने बताया कि फायरा के शादी से पहले ही किसी और से संबंध रहे हैं, इसलिए उसने उससे तलाक लिया है. प्रधानमंत्री की रैली में जाने का तो बिना वजह मुद्दा बनाया जा रहा है। BHU के हिस्ट्री पेपर में विवादित प्रश्नों से बवाल तीन तलाक पर मिलेगी तीन साल की सजा तीन तलाक को लेकर शीतकालीन सत्र में कानून लेकर आएगी सरकार प्रतिबंध के बाद भी महिला ने फोन पर दिया तलाक