बारां. देश में चुनाव की हालिया सरगर्मियों के बीच नेताओं ने कईं वादे किए. पर शायद यह सभी को पता है कि किसी भी स्तर का चुनाव हो, वादे कोई भी करे, जनता के हालात वही के वही रहते हैं. लोगों को अव्यवस्थाओं का शिकार होना पड़ता है, जिसके चलते कभी सड़क के गड्ढों से सामना होता है, तो कभी पेय जल संकट होता है, ऊपर से सरकारी अधिकारी काम नहीं करते तो नईं दिक्कते पैदा होती हैं.
बारां शहर के वार्ड नंबर 42 के रहवासियों को भी ऎसी ही समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा है. दरअसल यहाँ हर जगह अव्यवस्थाएं पसरी पड़ी हैं. वार्डवासियों को नालियों की गंदगी में चलकर जाने को मजबूर होना पड़ रहा है. वार्ड के लोगों में गुस्सा है और सभी लोग आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं.
इस वार्ड के एक रहवासी देवेन्द्र सिंह हाडा़ ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि “वार्ड पार्षद समेत नगरपालिका के जनप्रतिनिधि को कईं बार अवगत करना के बाद भी वार्ड की कोई सुध लेने को तैयार नहीं है.” वही विशाल सुमन व लोकेश सुमन ने बताया कि “नेतागण जीतने के बाद वार्डा में अभी तक एक बार भी नहीं आए. इस वार्ड की सफाई व्यवस्था बिल्कुल चरमरा रही है. वही विद्युत् पोल के तार भी झूले हुए हैं. अतः वार्ड की समस्याओं का जल्दी समाधान नहीं हुआ तो वार्डवासी जल्द ही उग्र आंदोलन करेंगे.”
कचरा फैलाने और नियम तोड़ने की सज़ा