सेना दिवस के दिन भारतीय सेना ने सीमापार से होने वाली गोलीबारी का मुँह तोड़ जवाब दिया लेकिन उसके पहले एक भारतीय जवान गोलीबारी में शहीद हो गया था. वहीं रोजाना हो रही गोलीबारी की घटनाओं को लेकर शिवसेना ने चिंता जाहिर की है. शिवसेना की तरफ से कहा गया कि हर बार पाकिस्तान सीजफायर का उल्लंघन करता है और इसमें हमे कई जवानो को खोना पड़ता है. आखिर कब तक यह सिलसिला चलेगा? और आखिर देश कब तक पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकवादियों के हमलों को बर्दाश्त करेगा?
वहीं शिवसेना ने सेना प्रमुख बिपिन रावत के सेना दिवस पर दिए गए बयान का समर्थन किया है. शिवसेना ने रावत के बयान की तारीफ़ करते हुए की सेना प्रमुख ने जो बयान दिया है उससे पार्टी पूरी तरह सहमत है और उनका समर्थन करती है.
गौरतलब है कि सेना दिवस के मौके पर सेना प्रमुख ने अपने बयान में कहा था कि अगर पड़ोसी मुल्क अपनी हरकतों से बाज नहीं आता तो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाई की जाएगी. इसके अलावा रावत ने आतंकवादियों के खिलाफ भी सख्त कार्यवाई की चेतावनी देते हुए कहा था कि जम्मू कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के कोई भी मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे और भारतीय सेना उन्हें कभी कामयाब नहीं होने देगी. वहीं शिवसेना का कहना है कि पिछले 13 सालों में बिना किसी युद्ध के सीमापार की गोलीबारी में हमारे 1600 जवान शहीद हो चुके हैं जो एक बेहद गंभीर मुद्दा है. इस पर हमे विचार करना होगा.
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