मकबूल', 'ओमकारा' और 'हैदर' जैसी फिल्म बना चुके फिल्मकार विशाल भारद्वाज इन दिनों सुर्खियों में है. हाल ही में हुए एक इंटरव्यू में जब विशाल भारद्वाज से पूछा गया कि, वह अपनी संगीत की शक्ति का इस्तेमाल फिल्मों में कैसे करते हैं.
इस बात का जवाब देते हुए विशाल का कहना है कि, "मैं संगीत को हमेशा फिल्म की कहानी बयां करने के हिस्से के रूप में इस्तेमाल करने की कोशिश करता हूं, जो उपयुक्त होती है. फिल्मों में कहानी और कुछ निश्चित परिस्थितियां संगीत का चयन करती हैं..कहानी की व्याख्या इसकी मांग करती है." आगे उन्होंने कहा कि, "एक तरह से यह सीमित है, लेकिन यह वही चीज है, जिसके बारे में फिल्म संगीत है." उन्होंने बताया कि, "गीत 'झेलम' की धुन, जिसे मैंने 1985 में तैयार किया था, कई सालों बाद मुझे धुन को 2014 में 'हैदर' के गीत में इस्तेमाल करने का मौका मिला."
बता दे कि, विशाल ने अपने करियर की शुरुआत फिल्म मकड़ी से की थी. इसके बाद उन्होने 'शेक्सपियर' के नाटक मैकबेथ पर आधारित फिल्म 'मकबूल' बनाई. खास बात यह है कि, मक़बूल को बर्लिन फ़िल्म समारोह सहित कई अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म समारोहों में जगह मिली. इसके बाद उन्होंने साल 2006 में उन्होने शेक्सपियर के नोबल थेलो पर आधारित फिल्म ओंकारा निर्देशित की.
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