नई दिल्ली- देश में चर्चित अयोध्या में राम मंदिर बनने को लेकर जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में सुब्रमण्यन स्वामी की ओर से एक चर्चा आयोजित की जाने वाली थी. आपको बता दे कि इस चर्चा को रद्द कर दिया गया है. वही प्रकाश करात और अन्य की तरफ से आयोजित की जा रही पब्लिक मीटिंग 'जस्टिस फॉर बाबरी' के आयोजन को अनुमति मिल गई है.
गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर क्यों मसले पर आज रात साढ़े 9 बजे से जेएनयू में चर्चा रखी गई थी. जिसमें सुब्रमण्यन स्वामी हिस्सा लेने वाले थे. लेकिन कहा जा रहा है कि यह कार्यक्रम एबीवीपी की ओर से आयोजित कराया जा रहा था.जिसके लिए कोयना छात्रावास की वार्डन से अनुमति नहीं ली गई थी, जिसके चलते कार्यक्रम को रद्द किया गया है.
वही अयोध्या मामले पर प्रकाश करात की उपस्थिति वाले कार्यक्रम जस्टिस फॉर बाबरी को मिली अनुमति पर जेएनयू ने कहा कि इसे जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन की ओर से आयोजित किया जा रहा है और इसके लिए वार्डन से अनुमति ली गई. इस मसले पर जेएनयू वीसी दफ्तर की ओर से बताया गया, कि इस आयोजन से जेएनयू प्रशासन का कोई लेना देना नहीं है. और यह स्टूडेंट्स यूनियन का मामला है. न जेएनयू प्रशासन ने आयोजन किया, न ही रद्द किया. कोयना होस्टल लड़कियों का हॉस्टल है और एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि हॉस्टल के बाहर किसी भी आयोजन के लिए वार्डन की अनुमति लेनी होती है. वही मामले पर स्वामी वाले मामले में कोयना हॉस्टल की वार्डन को सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं लगा होगा, इसलिए कार्यक्रम रद्द हुआ होगा.
फ़िलहाल कार्यक्रम रद्द करने को स्वामी ने राजनीतिक आडम्बर करार दिया है. साथ ही स्वामी ने कहा कि उसी यूनिवर्सिटी में लेफ्ट नेता प्रकाश करात के कार्यक्रम को रद्द नहीं किया गया. लेकिन मंदिर पर स्वामी का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया. उन्होंने कहा कि "लेफ्ट डरा हुआ है, क्योंकि सभी हिंदू एकजुट हैं".
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