देश के कई हिस्सों में नए और पुराने सिक्कों को लेकर गफलत की खबरों का दौर चल रहा है इन गफलत भरी खबरों के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नए निर्देश जारी किए हैं.बताया जाता है कि इन गफलत भरी खबरों के चलते कई कारोबारियों और बैंकों ने नए और पुराने सिक्के लेना बंद कर दिए थे जिसके कारण आम आदमी परेशान हो रहे थे. उन परेशानियों को दूर करने के लिए ही ये निर्देश जारी किए है जिसमें उन्होंने साफ़ तौर पर बैंकों को निर्देश देते हुए कहा हैं कि वे कारोबारियों और ग्राहकों से सिक्के में भी भुगतान एवं जमा लें.
आपको बता दें कि गफलत की खबरों के चलते उत्तर प्रदेश से लेकर पश्चिम बंगाल तक बैंकों द्वारा सिक्के वापस नहीं लेने की खबरें आ रही थीं. वहीँ एकअनुमान के मुताबिक देश भर में करीब 25 हजार करोड़ रुपए के सिक्के प्रचलन में हैं.जिसके बाद भारतीय रिजर्व बैंक ने यह कदम उठाया है भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारीयों का इस मामले को लेकर कहना है कि बैंकों द्वारा सिक्के वापस न लेने की समस्या कई राज्यों से आ रही है. खासतौर पर पूर्वी राज्य पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश से. वहीँ उत्तर प्रदेश में करीब 1000 करोड़ के सिक्के प्रचलन में हैं.पिछले साल हुई नोटबंदी के दौरान नकदी संकट से निपटने के लिए बैंकों ने अपनी शाखाओं के जरिये खाताधारकों को सिक्कों में भी भुगतान किया था.
लेकिन बाद में जब बैंकों ने इन सिक्कों को जमा करने से मना कर दिया, तब असली दिक्कत शुरू हुईं. इसका असर यह हुआ है कि कारोबारियों ने बाजार से सिक्के लेने से मना कर दिया और छोटे दुकानदारों, एजेंसियों के पास सिक्के जमा होने लगे.
वहीँ अब इस समस्या से निपटने के लिए RBI ने हल निकला है उसी हल को निर्देश के रूप में बैंको को दिए गए है जिसमें कहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक सिक्कों की समस्या सुलझाने के लिए बैंक शाखाओं पर सिक्का मेला लगाने के लिए एडवाइजरी जारी की है.वहीँ बैंक शाखा स्तर पर लगने वाले इस मेले में न केवल खाताधारकों के पास इकट्ठा हुए सिक्का जमा किए जाएंगे बल्कि उन्हें बाजार में सिक्कों की जरूरत और अहमियत भी बताई जाएगी. इसके साथ ही करेंसी चेस्ट को भी बैंकों से सिक्के लेने के लिए निर्देशित किया गया है.
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