अब एक और कलाकार अपनी फिल्मो को कामयाबी कि सीढ़िया नहीं चढ़ा पाने का खामियाजा खुद भरने वाला है. साल 2017 शाहरुख खान के लिए कुछ खास नहीं रहा. जहां एक तरफ उनकी फिल्म 'रईस' बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं कर पाई तो वहीं उनकी दूसरी फिल्म 'जब हैरी मेट सेजल' ने सिर्फ 64.33 करोड़ की कमाई की. इससे फिल्म के डिस्ट्रीब्यूटर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा. खबरों की माने तो शाहरुख ने डिस्ट्रीब्यूटर्स को अपनी जेब से पैसे भरे हैं. डिस्ट्रीब्यूटर्स ने फिल्म को ऊंचे दाम में खरीदा था, लेकिन उन्हें बहुत नुकसान झेलना पड़ा है.
NH-स्टुडिओज ने फिल्म का पूरा अधिकार 80 करोड़ रुपये में खरीदा था. फ़िल्मी दुनिया आज सिर्फ पैसो का बाजार बन कर रह गई है. जहां जरा सी उच-नीच होने पर बात रिश्तों पर आ जाती है. इसी कड़ी में शाहरुख़ ने दरियादिली दिखाते हुए ये फैसला लिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शाहरुख ने NH-स्टुडिओज़ के पूरे नुकसान का 15% हिस्सा और दूसरे डिस्ट्रीब्यूटर्स को उनके नुकसान का 30% हिस्सा लौटा दिया है.
इसके पहले सलमान खान ने भी 'ट्यूबलाइट' के फ्लॉप होने से डिस्ट्रीब्यूटर्स को हुए नुकसान का 50% हिस्सा लौटा दिया था. डिस्ट्रीब्यूटर्स की टीम के प्रमुख नरेंद्र हिरावत ने ट्यूबलाइट को 130 करोड़ रुपये में खरीदा था. सलमान ने 32.5 करोड़ रुपया डिस्ट्रीब्यूटर्स को लौटाया था.
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जिससे ख़ुशी मिले वही काम करना चाहिए- शाहरुख़ खान