नईदिल्ली। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने एक बयान दिया है। हालांकि उनके बयान पर, विवाद तो नहीं हुआ है लेकिन, उनके बयान पर विवाद होने की संभावना है। उन्होंने, दलितों से बौद्ध धर्म अपनाने के लिए कहा है। उनका कहना था कि, जो दलित हैं, उन्हें हिंदू धर्म में न्याय नहीं मिलेगा। अठावले ने दलित समुदाय के सदस्यों से ऐसा करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि, लाखों की तादाद में हिंदू धर्म के दलितों को जब लगा कि, उन्हें हिंदू धर्म में रहते हुए न्याय नहीं मिलेगा तो, उन्होंने हिंदू धर्म छोड़कर, बौद्ध धर्म अपना लिया।
इस मामले में, रिपलब्लिकन पार्टी आॅफ इंडिया के प्रमुख अठावले ने बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती की आलोचना की। उन्होंने इस मामले में कहा कि, कई तरह की धमकियां देने के स्थान पर, उन्हें बौद्ध धर्म अपना लेना चाहिए। मामले में जानकारी सामने आई है कि, रामदास अठावले इसके पूर्व सामान्य वर्ग के आर्थिक तौर पर पिछड़े लोगों को 20.25 प्रतिशत आरक्षण देने हेतु संविधान में संशोधन किए जाने की मांग भी कर चुके हैं।
हालांकि उन्होंने कहा कि, सवर्णों में भी आरक्षण का प्रावधान होना चाहिए। मगर इसका आधार आर्थिक हो। यदि ऐसा होता है तो फिर, दलितों पर होने वाले अत्याचार थम जाऐंगे। केंद्रीय मंत्री अठावले ने अपना बयान ऐसे समय दिया है जब गुजरात में दूसरे चरण का मतदान होना है। गौरतलब है कि गुजरात में 14 दिसंबर को दूसरे चरण की वोटिंग होना है।
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