नईदिल्ली। वास्तविक और विस्तृत रिटर्न जीएसटीआर 1 दायर करने का लोड बढ़ गया तो जीएसटी से जुड़े काॅमन पोर्टल ने कार्य करना बंद कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार ट्रेडर व टैक्स प्रैक्टिशनर्स तकनीकी कमियों को और अन्य परेशानियों से जूझते रहे, मगर जीएसटीएन ने इस मामले में लोड का हवाला दिया। जीएसटी की तारीख को बढ़ाकर 10 सितंबर कर दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार इसकी फाइलिंग शुक्रवार से प्रारंभ हुई थी।
मगर अधिकांश असेसी के पास डेटा नहीं था। जब पोर्टल पर लोड आ गया तो इसने काम करना बंद कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार ट्रेडर्स साॅफ्टवेयर का उपयोग करते हैं, वे आउटवर्ड सप्लाय की फाईल का निर्माण करता जाता है, इसे पोर्टल पर अपलोड करना पड़ता है। इतना ही नहीं एक अन्य मोड में छोटे कारोबारी लाॅग इन आईडी के माध्यम से इनवाॅयस भर रहे हैं, मिली जानकारी के अनुसार वह जीएसटीएन पर डेटा पुश करती है।
हालात ये हैं कि तीनों मोड में शिकायतें मिल रही हैं। प्रत्येक सेक्शन में 5.10 मिनट लगने से रिटर्न में एक घंटे का समय लग रहा है। पोर्टल के एसईजेड सेक्शन को एक्टिवेट नहीं किया जा सका है। मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार को जीएसटी रिटर्न सबमिशन की अंतिम अवधि थी मगर इसे बढ़ा दिया गया और फिर इसे 10 सितंबर कर दिया गया।
मिली जानकारी के अनुसार जीएसटीआर 1 के अंतर्गत पूरे माह आउटवर्ड सप्लाय होनी थी। इसकी फाइलिंग शुक्रवार से प्रारंभ हुई थी, मगर असेसी के पास किसी तरह का डेटा नहीं था। बताया जा रहा है कि जिस मोड में टैक्स भरा जाता है उन तीनों ही मोड में कुछ परेशानी आ रही है। ऐसे में जीएसटी रिटर्न सुविधाजनक तरीके से नहीं भरा जा सका है।
GST का फ़ायदा कारोबारियों को भी मिले : PM मोदी
गुजरात चुनाव के लिए राहुल ने किया शंखनाद
लग्जरी कारें हुई 3 लाख रूपए तक महंगी
कारोबारियों को मिला दूसरा मौका, लेट पेमेंट पर शुल्क माफ़