भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी में मानव तस्करी का एक मामला सामने आया है, जहां एक महिला और उसकी 3 साल की बच्ची को बेंच दिया गया. महिला से दिनभर मजदूरी करवाकर रात में रेप किया जाता था, वहीं बच्ची से दूसरे शहर में भीख मंगवाई जाती थी.
मूल रूप से शाहजहांनाबाद में रहने वाली 28 साल की महिला को नौकरी का झांसा देकर राजगढ़ में डेढ़ लाख रुपए में बेचा दिया गया और उसकी बेटी को भीख मंगवाने के लिए विदिशा में 50 हजार रुपए में बेच दिया था. शानू नाम से शख्स ने महिला से 500 रुपए प्रति दिन की नौकरी दिलवाने का झांसा देकर माटनीपुरा में सुमेर नाम के शख्स के हाथों बेच दिया. वह उसकी बेटी को लेकर वहां से चला गया और उसे धमकी दी कि अगर उसने भागने की कोशिश की तो वो उसकी बेटी को मार डालेंगे. सुमेर उसे बंधक बनाकर दिनभर मजदूरी करवाता था और रात को उसका रेप करता था.
पुलिस ने महिला और बच्ची को बचा लिया है और कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एक व्यक्ति रंजीत की निशानदेही पर माटनीपुरा में छानबीन की और बंधक महिला को बचा लिया. वहीं विदिशा में पांच अलग-अलग ठिकानों पर दबिश देकर बच्ची को मंदिर के बाहर भीख मांगते हुए बरामद किया. पुलिस ने इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार किया है, लेकिन मामले का मुख्य आरोपी और सुमेर फरार है.
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