श्रीनगर। ऐसे कश्मीरी नौजवानों की तादाद बीते कुछ, वर्षों में सर्वाधिक हो गई है जो,आतंकी संगठनों में भागल ले रहे हैं। जो आंकड़े सामने आए हैं वे आश्चर्य चकित करने वाले हैं। जानकारी सामने आई है कि, वर्ष 2016 में उक्त आंकड़ा 88 वर्ष था, जबकि वर्ष 2017 में नवंबर माह में उक्त आंकड़ा 117 हो गया था। दक्षिण कश्मीर हिजबुल मुजाहिद्दीन व लश्कर जैसे आतंकी संगठनों को सदस्य उपलब्ध करवाने वाले प्रमुख केंद्र के तौर पर सामने आए हैं। मिली जानकारी के अनुसार, आतंकी संगठन में शामिल होने वाले युवाओं की तादाद 12 अनंतनाग, पुलवामा व अवंतीपुरा में 45 हैं।
शोपियां में 24 व कुलगाम में 10 हैं। मिली जानकारी के अनुसार बारामुला व सोपोर से 6 युवाओं के आतंकी संगठन में शामिल हुए हैं। सुरक्षा एजेंसीज़ और सुरक्षा बल दोनों ही गंभीर हैं और चाहते हैं कि, नौजवान आतंकवाद की ओर न जाऐं। सुरक्षा बलों ने जम्मू कश्मीर में आतंकियों के लिए एक योजना तक तैयार की, जिसके तहत कहा गया है कि जो भी युवा आतंकवाद को छोड़ना चाहते हैं उनकी मदद की जाएगी।
उन्हें मुख्यधारा में लाया जाएगा। हालांकि इस तरह की अपील के बाद भी बड़े पैमाने पर नौजवान आतंकवाद की ओर बढ़ रहे हैं। आतंकी संगठनों में शामिल होने वाले कश्मीरी नौजवानों की तादाद वर्ष 2010 में 54, 2011 में 23, 2012 में 21 व 2013 में 16 थी। मगर वर्ष 2016 में लगभग 88 युवा आतंकी संगठनों में भर्ती हुए। राज्य के लिए यह गंभीर विषय माना जा रहा है कि कश्मीरी आतंकी बन रहे हैं हालांकि कुछ समय पूर्व एक ऐसा कश्मीरी सामने आया था जो आतंकी था मगर बाद में वह फुटबाॅल खिलाड़ी बन गया।
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