नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आज रवाना हुए। यहाॅं पर भारत का प्रतिनिधित्व अहम माना जा रहा है। दरअसल भारत और चीन के बीच उपजे डोकलाम विवाद को लेकर यहाॅं पर चर्चा होना संभावित है। वैश्विक स्तर पर पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भेंट को अहम कहा जा रहा है। माना जा रहा है कि दोनों ही देशों के नेता यहाॅं पर भेंट कर सकते हैं और इस मसले पर चर्चा हो सकती है। साथ ही चीन के आर्थिक गलियारे व इसमें पाकिस्तान के क्षेत्र को लेकर भी चर्चा की जा सकती है।
शिखर सम्मेलन में आतंकवाद को लेकर भी चर्चा हो सकती है। दोनों ही देश की आर्थिक स्थिति के साथ विश्व के अन्य देशों के आर्थिक हालातों पर चर्चा हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि वे चीन में आयोजित होने वाले आगामी ब्रिक्स शिख सम्मेलन के तहत रचनात्मक चर्चा व सकारात्मक नजीते को लेकर उत्सुक हैं। उनका कहना था कि वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान है।
इस मामले में विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी 3 सितंबर से 5 सितंबर तक चीन चीन के दौरे पर रहेंगे। वे 5 सितंबर को म्यांमार जाऐंगे। 7 सितंबर को वे म्यांमार की यात्रा पूर्ण करेंगे। गौरतलब है कि भारत के लिए ब्रिक्स सम्मेलन बेहद अहम है। मिली जानकारी के अनुसार इस दौरान विभिन्न परियोजनाओं के पूर्ण होने में आधारभूत ढांचा क्षेत्र, बिजली व ऊर्जा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को लेकर वे उत्साहित हैं।
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