आज दुनिया में कुछ भी संभव है. आश्चर्य कुछ भी नहीं. यहाँ जनता एक पल में सर पे बिठा लेती है तो दूसरे पल गिरा भी देती है. लेकिन इन सब के बीच कुछ लोग आज भी जड़ो से, बुनियादो से, नैतिकता और भावनाओ से जुड़े है. ऐसे ही एक शख्स है परमानंद पांडेय (75) जोकिअमेठी के जामो ब्लाक एरिया के निवासी है. परमानंद पांडेय पुराने कांग्रेसी हैं, वो बताते हैं, ''देश में मोदी सरकार आ चुकी थी और अमेठी के जगदीशपुर में यूपीए सरकार के मेगा फूड पार्क के प्रोजेक्ट को सरकार ने बंद कर दिया था. इसके विरोध में कांग्रेसियों ने प्रदर्शन रखा, इसमें खुद सांसद राहुल गांधी शामिल हुए. ''काफी भीड़ और धक्का-मुक्की के चलते मैं वहां गिर गया. राहुल गांधी की निगाह मुझ पर पड़ी. उन्होंने अपने प्रतिनिधि से कहकर मुझे उठवाया. ''उन्होंने मुझसे पूछा- चाचा चोट तो नहीं लगी? मैंने जवाब दिया- नहीं. इसके बाद उन्होंने अपने धूप के चश्मे को ये कहते हुए मुझे दिया कि धूप ज्यादा है, हमारा चश्मा आप लगा लीजिए''. ''मैंने कहा- हमें दिखता है, धूप हमारा क्या करेगी? हम किसान के बेटे हैं. राहुल ने जवाब दिया तो तोहफा समझकर रख लीजिए. परमानंद आज भी राहुल गांधी से मिले उस चश्में को संजोकर रखे हुए हैं, वहीं दूसरी ओर दिन में उसे एक-दो बार साफ करते हैं. यहीं नहीं राहुल से उपहार पाए उस चश्में को वो भगवान की मूर्तियों के पास रखते हैं और उसे भी अगरबत्ती-माला चढ़ाकर पूजते हैं. राहुल ढोलकिया ने माहिरा खान को बोल दी ये बड़ी बात राहुल ने ताजपोशी पर किए भाजपा पर तीखे वार विजय दिवस पर रक्षामंत्री ने किया जवानों को याद आज से अध्यक्ष पद का कार्यकाल संभालेंगे राहुल