इंदौर : कल शाम इंदौर के कनाडिया बायपास पर हुए दर्दनाक हादसे में मासूमो ने अपनी जान गवां दी. हादसा इतना भयावह था कि जिसने भी वो मौत का मंज़र देखा उसका दिल दहल गया. छोटे-छोटे मासूम बच्चों की चीखें वहां मौजूद हर शख्स का दिल छलनी कर रही थी. टक्कर कितनी भीषण थी इस बात को बस की हालत बयान कर रही थी. इस हादसे में बस के चालाक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. ड्राइवर के अलावा 6 मासूम भी इस हादसे में अपनी जान गवां बैठे. बच्चों को सुरक्षा देने में विफल हम सबको, कृति, श्रुति, हरमीत और स्वास्तिक की आँखे देख रही हैं. आँखे मूँद कर वो हम सबको इस तरह से देख रही हैं, जो अपने बच्चों को स्कूल से घर तक का सफर सुरक्षित नहीं दे सके. उज्जवल भविष्य की बात करने वाले स्कूलों को, जिनकी 14 साल पुरानी बिगड़ैल बाल-वाहनियाँ, हवा से बातें करती हुई हाईवे पर चलती हैं. उन सबकी आँखे देख रही हैं, हाईवे बनाने वाली उस अथॉरिटी को, जो कहती है - हम सड़क नहीं, बल्कि राष्ट्र बनाते हैं. लेकिन उसी के ठेकेदार पैसा कमाने के चक्कर में तीन फुट का एक डिवाइडर तक नहीं बनाते. इस हादसे का जिम्मेदार कौन है ये आप खुद सोचिये और बताइये.... ट्रैफिक पुलिस - जिसका काम ट्रैफिक नियमो का पालन करवाना होता है? स्कूल प्रबंधन - या फिर स्कूल प्रबंधन? जो सालों पुरानी बसों को रंग कर, सड़कों पर दौड़ा रहा है? प्रशासन - या फिर हमारा प्रशासन? जो यह सब कुछ देख भी चुप्पी साधे हुए है? RTO - या फिर RTO जो आँख मूँद कर, अनफिट वाहनों को भी, सड़कों पर दौड़ाने की अनुमति प्रदान कर रहा है? हम खुद - या इन सबसे हटकर हम खुद? जो कभी इन अव्यवस्थाओं के खिलाफ कभी आवाज़ नहीं उठाते... इन सब पर हम सब को गौर करना होगा, आप इन सभी बातों पर विचार करें और बताएं कि कल जो दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने कई मासूमो से उनकी जिंदगी छीन ली, आखिर में उसका असली जिम्मेदार कौन है? विचार कीजिये और बताइये... स्टेयरिंग फेल होने से हुआ था इंदौर में दर्दनाक हादसा DPS स्कूल की बस और ट्रक में भिड़ंत, 6 मासूमो की मौत इंदौर बस हादसा- आज सीबीएसई स्कूल रहेंगे बंद