चीन। भारत और चीन के बीच सिक्किम के डोकलाम में घुसपैठ का विवाद लगभग सुलझ गया है। विदेश मंत्रालय ने इस मामले में मीडिया को जानकारी दी। जिसमें कहा गया है कि चीन डोकलाम से अपनी सेना को पीछे हटाने पर तैयार हो गया है। इसे भारत की एक बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीन से भारत की कूटनीतिक चर्चा चल रही है। ऐसे में दोनों ही देशों के डिप्लोमेटिक कम्युनिकेशन मेंटेन हो रहे हैं।
भारत अब अपनी सेना को भी क्षेत्र से धीरे धीरे पीछे ले लेगा। इस मामले में कहा गया है कि भारत ने सफलता के साथ चीन को अपना पक्ष समझाया। उल्लेखनीय है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर माह में चीन जाने वाले हैं। भारत के प्रधानमंत्री के चीन के दौरे से पहले इस मसले पर चीन का सकारात्मक रूख भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
चीन में ब्रिक्स का आयोजन होना है। फिलहाल यह तय नहीं हो पाया है कि कौन सा देश पहले अपनी सेना क्षेत्र से हटाएगा। उल्लेखनीय है कि लगभग 2 माह से अधिक समय तक इस मामले में चीन और भारत विवाद करते रहे। चीन ने सिक्किम में सड़क निर्माण को लेकर घुसपैठ की तो दूसरी ओर भारत का कहना था कि यह उसका क्षेत्र है।
चीन यहाॅं दाखिल हुआ और जब भारत नहीं माना तो चीन ने नाथुला दर्रे से यात्रा करने वाले मानसरोवर यात्रियों को मार्ग में ही रोक दिया। मगर बाद में भारत ने अपने प्रयासों से मानसरोवर यात्रियों की यात्रा प्रारंभ करवाई। चीन इस क्षेत्र पर अपना दावा करता रहा है मगर अब उसने यहाॅं से सेना हटाने का निर्णय लिया है। जिसे भारत के लिए सकारात्मक माना जा रहा है।
डोकलाम मसले से चीनी कंपनियों का कारोबार प्रभावित