इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अयोग्य करार दिए जाने के मामले में कहा है कि न्यायालय ने जो निर्णय लिया है वह पाकिस्तान के करीब 20 करोड़ लोगों का अपमान है। लोकतांत्रिक तरह से निर्वाचित जनता के नेता को पलभर में बेदखल कर दिया गया।
यह भी कहा गया कि यह बात पाकिस्तान के करीब 20 करोड़ लोगों का अपमान है। नवाज शरीफ ने न्यायाधीशों के निर्णय की आलोचना करते हुए कहा कि जजेस ने उन पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगाया है मगर फिर उन्हें अयोग्य क्यों बताया गया।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का कहना था कि 5 जजेस की पीठ ने मुझे घर भेज दिया जबकि मुझे चुना तो जनता ने था। उनका कहना था कि यह बहुत ही विचित्र बात है कि तानाशाहों को दशकों तक शासन करने दिया गया। मगर अब मैंने इस निर्णय को इतिहास पर ही छोड़ दिया है।
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